निरंतरता Continuation

प्रत्येक स्थान पर निरंतरता अवश्य होनी चाहिए ।क्योंकि निरंतर अभ्यास से हम उसे प्राप्त कर सकते हैं, जिसकी हम कल्पना करते है।कल्पना करना या सपने देखना बुरी बात नही है ,किंतु सिर्फ कल्पनाओ में रहना ठीक नही। क्योकि यदि अपने सपनो को पूरा करने के लिए आप निरंतर प्रयास नही करते हो ,तो वह सिर्फ कल्पना मात्र ही रह जाता है।उदाहरण स्वरूप नदी जो कि निरंतर प्रयास करके बड़ी से बड़ी चट्टानों को भेद कर अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेती है।यह सिर्फ तभी संभव हो पाता हैं ,क्योंकि वह निरंतर प्रयास करती रहती है।उसी प्रकार जो व्यक्ति अपने कार्यक्षेत्र में निरंतर प्रयास करता रहता है, वह भी अपना लक्ष्य कभी न कभी प्राप्त कर ही लेता है।निरतंर प्रयास करते रहने से हमारी कमिया धीरे धीरे संतुलित होने लगती है ,तथा एक दिन हमारे कार्यो में संतुलन आ जाता है ।और यही संतुलन हमे प्राँगड़ता की ओर ले जाता है।जिससे दूसरे भी प्रभावित होते है ,तथा निरंतर कार्य करते हुए अपने अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं। There must be continuity in every place. Because by continuous practice we can achieve what we imagine. It is not a bad thing to imag...