Viprit parishthitio me bhi sam bhav rakhne se unki pratikulata ka asar kam ho jata h jisse maniushya ko isse ubarne me sahayata milti h.
संकल्प Oath
संकल्प सिद्धि हेतु हमे सच्चे मन से प्रयास करना पड़ता है ।अन्यथा वह अपूर्ण रह जाता है।हम जिस प्रकार का संकल्प या धरना रखते हैं ,उसी प्रकार हमारे जीवन मे घटित होता है ।अतः संकल्प सदैव उच्च ही रखने चाहिए ।जब हम उच्च संकल्प लेते हैं, तो हम उसके लिए अत्यधिक प्रयास करते हैं ।जिससे कि हम उस कार्य को करने में सक्षम हो जाते हैं ।और हमारे संकल्प की सिद्धि हो जाती है ।किन्तु जब हम संकल्प ही तुच्छ रखते हैं, तो यह उसी प्रकार से फलीभूत भी होता है।जीवन मे जिस जिस ने कुछ बड़ा मुकाम हासिल किया उनके संकल्प बहुत ही उच्च कोटि के थे ।वे लोग अपने द्वारा लिए गए बड़े संकल्प पर ही न्योछावर हो गए और इतिहास रच गए। अतः हमें संकल्प सदा बड़े ही लेने चाहिए ।यदि हम उन्हें पूर्ण न भी कर पाए तब भी उसके करीब जाकर कुछ तो हासिल कर ही लेंगे। We have to make a sincere effort to fulfill our determination. Otherwise it remains incomplete. The kind of resolve or dharna that we hold, happens in our life. So, the resolution should always be high. When we have high resolution If we take it, we try hard for it s...
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